उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट (Champawat Assembly Seat) के लिए उपचुनाव होने जा रहा है. भाजपा ने अपनी पारंपरिक खटीमा सीट से चुनाव हार चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ( Pushkar Singh Dhami ) को यहां से उम्मीदवार बनाया है.
इस सीट पर 31 मई को वोटिंग होगी और 3 जून को मतगणना की जाएगी. चंपावत विधानसभा सीट के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 11 मई है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चुनौती देने के लिए चंपावत से निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारा है.
दरअसल उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कैलाश कहतोड़ी लगातार दूसरी बार चंपावत से विधायक निर्वाचित हुए थे. लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए चंपावत की सीट छोड़ने का प्रस्ताव रखकर कर 21 अप्रैल 2022 को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर चंपावत से चुनावी मैदान में हैं और उम्मीद जतायी जा रही है कि वह यहां से चुनाव जीत जाएंगे और मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की थी. बीजेपी को राज्य की 70 में से 47 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन मुख्यमंत्री और पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे पुष्कर सिंह धामी अपनी खटीमा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए. मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए, इसलिए राज्य में नए मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा जोरों पर रही, लेकिन पार्टी ने धामी पर ही भरोसा जताया. अब वह चंपावत से चुनाव लड़ रहे हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए मई का महीना किसी परीक्षा से कम नहीं होने वाला है, क्योंकि खटीमा से चुनाव हारने के बावजूद भले ही वह राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हों, लेकिन उनके सामने विधायक चुने जाने की चुनौती है. विपक्षी दलों ने चंपावत सीट पर घेराबंदी शुरू कर दी है. उपचुनाव में चंपावत सीट से कांग्रेस के साथ-साथ आदमी पार्टी भी अपनी दावेदारी कर रही है. इससे पहले इस सीट से कांग्रेस ने 2012 में जीत हासिल की थी, उस समय हेमेश खर्कवाल कांग्रेस के विधायक चुने गए थे.