गौरैया एक घरेलू चिड़िया है जो यूरोप और एशिया में सामान्य रूप से हर जगह पाई जाती है। यह विश्व में सबसे अधिक पाए जाने वाले पक्षियों में से है। लोग जहाँ भी घर बनाते हैं देर सबेर गौरैया के जोड़े वहाँ रहने पहुँच ही जाते हैं।
गौरैया एक छोटी चिड़िया है। यह हल्की भूरे रंग या सफेद रंग में होती है। इसके शरीर पर छोटे-छोटे पंख और पीली चोंच व पैरों का रंग पीला होता है।
नर गौरैया की पहचान उसके गले के पास काले धब्बे से होती है। 14 से 16 सेमी लंबी यह चिड़िया मनुष्य के बनाए हुए घरों के आसपास रहना पसंद करती है। इसे हर तरह की जलवायु पसंद है। गाँवों- कस्बों-शहरों और खेतों के आसपास यह बहुतायत से पायी जाती है। नर गौरैया के सिर का ऊपरी भाग, नीचे का भाग तथा गालों का रंग भूरा होता है। गला, चोंच और आँखों पर काला रंग होता है। जबकि मादा चिड़िया के सिर और गले पर भूरा रंग नहीं होता। लोग इन्हें चिड़ा-चिड़िया भी कहते हैं। यह निहायत ही घरेलू किस्म का पक्षी है, जो यूरोप और एशिया में सामान्य रुप से पाया जाता है। मनुष्य जहाँ-जहाँ भी गया, इस पक्षी ने उसका अनुसरण किया। उन्हीं के घरों के छप्परों में घोंसला बनाया और रहने लगा। इस तरह यह अफ़्रीका, यूरोप, आस्ट्रेलिया और एशिया में सामान्यतया पाया जाने लगा।