यह एक ऐसी प्रथा है जिसे सरकार ने गैर कानूनी घोषित कर दिया है और दंड का प्रावधान है। इस प्रथा के तहत बेटी को प्रॉपर्टी माना जाता है। लड़की के माता-पिता लड़की को एक निश्चित अवधि के लिए किसी पुरुष के साथ पत्नी बना कर भेजते हैं। इसके बदले में उस पुरुष से पैसे लिए जाते हैं। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में आज भी धड़ीचा प्रथा के तहत कॉन्ट्रैक्ट मैरिज की जाती है। इसके लिए स्टांप पेपर पर लिखा पढ़ी भी की जाती है।
दिल्ली के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अमित सहाराना ने एसपी शिवपुरी को बताया कि वह बंजारा समुदाय से है। उनके समाज में लड़कियां गुड लुकिंग नहीं होती। शादी के लिए एक अच्छी लड़की की तलाश कर रहे थे। तभी धड़ीचा प्रथा के बारे में पता चला। इस प्रथा के तहत शादी करने के लिए 29 जनवरी 2022 को सबसे पहली बार शिवपुरी आया था। कई दौर की बातचीत के बाद दिनांक 3 मार्च 2022 को एक लड़की से शादी हुई। सादा कागज पर लिखा पढ़ी हुई और लड़की के माता-पिता को ₹20000 दिए।